दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है, जिससे साधक को आत्मविकास और आध्यात्मिक उन्नति का अद्वितीय अनुभव होता है।
दुर्गा सप्तशती साधक को मां के प्रति भक्ति और समर्पण की भावना से युक्त करता है, जो उसके जीवन को सुखमय बनाता है।
इस पाठ से आत्मा में शुद्धि होती है, और अन्तरंग शांति और संतुलन का अनुभव होता है।
दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से समस्त दोषों का नाश होता है और साधक को नेगेटिव ऊर्जा से मुक्ति मिलती है।
दुर्गा सप्तशती को किसी भी धर्म के व्यक्ति द्वारा पठा जा सकता है, यह धार्मिकता और आध्यात्मिकता के साथ जुड़ा हुआ है।
दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से मनोबल और सकारात्मकता में वृद्धि होती है। माता की कृपा से व्यक्ति अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सफल होता है और उसका मानोबल बना रहता है।
जो लोग प्रतिदिन इस पाठ का पाठ करते हैं, उन्हें अपने जीवन में आने वाले काले जादू और बाधाओं से छुटकारा मिल जाता है।
दुर्गा मां भक्तों को मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद देती हैं। और जो लोग इसका पाठ करते हैं, उन्हें अपने शत्रुओं से सुरक्षा मिलती है।