यह तिथि दीपावली के पूर्व दिन होती है और लक्ष्मी पूजा के अगले दिन का आगमन कराती है
"काली चौदस" का आयोजन कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को किया जाता है। और इस साल "काली चौदस" का त्योहार 11 नवंबर को मनाया जाएगा।
इस दिन रात्रि के मध्य में देवी काली की पूजा करने से शारीरिक और मानसिक दुःखों से राहत मिलने का विश्वास है।
यह दिन महाकाली की विशेष पूजा का है, जिससे उनके महत्व को दर्शाया जाता है।
बंगाल में, "काली चौदस" को मां काली के जन्म दिवस के रूप में भी मनाया जाता है, 1. मां काली के भक्त इस दिन बीच रात में पूजा-अर्चना करते हैं.
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल काली चौदस की पूजा का शुभ मुहूर्त 11 नवंबर को दोपहर 1:57 पर शुरू होगा और अगले दिन 12 नवंबर की दोपहर 2:44 पर समाप्त हो जाएगा.
लोग इस दिन उष्ण काल के अंत में स्नान करते हैं और गंगा नदी में स्नान का महत्व देते हैं। देवी काली की पूजा मध्यरात्रि में निशिताल काल मुहूर्त में ही की जाती है.