नाड़ी दोष को पता करने के लिए, कुंडली में ग्रहों की स्थिति को ध्यान से देखें। यदि कोई ग्रह अशुभ स्थिति में है, तो नाड़ी दोष की संभावना बढ़ती है।
नाड़ी दोष के प्रमुख संकेतों में रहते हैं: ग्रहों की युति, शनि की साढ़ेसाती, और कुंडली में दोषयुक्त ग्रहों की संख्या।
कुंडली में ग्रहों के अच्छे और बुरे प्रभावों को समझें और उनका संतुलन बनाए रखें।
गोचर की स्थिति को भी मध्यस्थ करें, क्योंकि यह नाड़ी दोष को प्रभावित कर सकता है।
कुंडली में ग्रहों के मंगल और कुज योग का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि इन्हें नाड़ी दोष में बढ़ावा मिल सकता है।
1. कुंडली में ब्रह्महत्या योग की जांच करें, क्योंकि यह नाड़ी दोष का कारण बन सकता है।
कुंडली में राहु-केतु की स्थिति को भी देखें, क्योंकि इसका असर भी नाड़ी दोष पर पड़ सकता है।