पहले नवरात्री के दिन नारंगी रंग के कपड़े पहनकर देवी शैलपुत्री की पूजा करे।
दूसरे दिन सफ़ेद रंग के कपड़े पहने। जिस तरह देवी ब्रह्मचारिणी प्यार और वफादारी की प्रतिक है। उसी तरह सफ़ेद रंग भी शांति का प्रतिक हैं।
तीसरे नवरात्री के दिन लाल रंग के वस्त्र पहनकर देवी चन्द्रघंटा की पूजा करे। लाल रंग देवी काली का रंग है। यह शक्ति और प्रचण्डता को दर्शाता है ।
चौथी नवरात्री को रॉयल ब्ल्यू रंग के इस्तेमाल से देवी कुषमांडा को प्रश्न्न् किया जाता है।
पांचवे दिन पीले रंग के वस्त्र पहने यह देवी सकंदमाता का रंग है। यह ज्ञान का रंग भी कहा गया है
छठी नवरात्री के दिन हरा रंग पहने। हरा रंग माँ प्रकृति का रंग है और देवी कात्यायनी की पूजा भी इसी रंग को धारण करके की जाती है।
सातवे दिन भूरे रंग के वस्त्र पहनकर देवी कालरात्री की पूजा करे।
आठवे दिन देवी दुर्गा के अवतार महागौरी की पूजा करने के लिए बंगनी रंग के वस्त्र का प्रयोग करे।
नोवे दिन पिकॉक ग्रीन रंग के वस्त्र का प्रयोग देवी सिद्धिदात्री की पूजा के लिए किया जाता है।