Pooja Path

Bhai Dooj 2023 Date, Muhurat, Pooja Vidhi And Bhai Dooj Wishes

Pinterest LinkedIn Tumblr

भारत में Bhai Dooj 2023 का त्योहार बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है। और हर साल ही इसे Diwali के बाद मानते है। because यह भाइयों और बहनों के बीच गहरे प्रेम को दर्शाता है।

पारंपरिक रूप से दिवाली के बाद मनाया जाने वाला यह त्योहार विभिन्न अनुष्ठानों और रीति-रिवाजों से सम्पन होता है। then इस दिन एक बहन अपने भाई की लम्बी आयु और सुख-शांति की कामना करती हैं।

तो bhai dooj kyu manaya jata hai और इस साल bhai dooj kab ki hai क्या है  bhai dooj shubh muhurat time का इतना महत्व। इन सभी सवालों का जवाब आपके इस article में मिलेगा। so without delay lets started

Bhai Dooj Kab Ki Hai

पति-पत्नी के त्यौहार karwa chauth के बाद अब समय है भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का यानी Bhai Dooj का।

भाई दूज का त्योहार कार्तिक मास की द्वितीया को मनाया जाता भैया दूज को “यम द्वितीया” भी कहते हैं। और  भाई दूज 2023 में 14  नवम्बर को मनाया जाएगा।

दिवाली का त्योहार पांच दिनों तक चलता है और भाई दूज सभी दिवाली समारोहों के अंतिम दिन का नाम है। यह एक ऐसा दिन है जब बहनें और भाई एक-दूसरे के प्रति अपना प्यार और सम्मान दिखाते हैं।

also हिंदुओं के लिए यह एक बहुत ही खास दिन है क्योंकि परिवार उनके लिए बहुत important है।

Also Read:- What is bhav Chalit kundali or chart ?

Bhai Dooj Shubh Muhurat 2023

  • तिथि:14 नवम्बर 2023 (मंगलवार)
  • Shubh Muhurat 01:20am से 03:30 pmतक

कार्तिक मास द्वितीया तिथि कब से कब तक है।

  • द्वितीया तिथि starts 14 (नंवबर) दोपहर 2:36 मिनट से होगी।
    द्वितीया तिथि ends 15 नंवबर को 1:47 मिनट पर होगा।

इस समय अनुसार आप 14 और 15 दोनों दिन मना सकते है।

Bhai Dooj pooja vidhi

पारम्पारिक तरीके से Bhai Dooj pooja vidhi यहा बताई गई है। आप step-by-step इसे follow करे।

बहने सुबहे जल्दी से स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनती है। उसके बाद एक थाली में दीपक,धुप,फूल,रोली,कुमकुम,चावल,नारियल,मिठाई और रक्षा सूत्र लेती है। फिर अपने हाथों के छापे बनाकर उनकी पूजा करती है।

कुछ बहने प्रतिमा अनुसार अपन से seven sister और एक भाई ki आकृति बनाती है।

इसके साथ ही एक तरफ साप,बिच्छू आदि विपत्ति के रूप में प्रतिमा भी बनाती है and then कथा पढ़कर मुसल से भाई पर आने वाली विपत्तियां को मार कर उसकी रक्षा करती है।

इस प्रकार बहने अपने भाई की खुशहाली के लिए प्रार्थना करती है। then पूजा के बाद बहने अपने भाई का तिलक करके आरती utaarthi है। also उनकी कलाइयों पर रक्षा सूत्र बांधती है। इसके बाद ही कुछ खाती है।

भाइ बहनों को उपहार देते हैं और उनके साथ समय बिताते है। यह पर्व एक परिवार के प्यार और एकता का प्रतीक होता है और सभी के लिए खुशियों भरा होता है।

Also Read:- Kundali milan by name। Name se kundali milan Free Calculator

Bhai Dooj Kyu Manaya Jata Hai

Bhai Dooj का दिन किस तरह शुरू हुआ और Bhai Dooj Kyu Manaya Jata Hai इसके पीछे मुख्य दो बहुत ही रोचक कहानीया है।

The Story of Lord Yama And His Sister Yamuna

पौराणिक कथा के अनुसार भगवान सूर्य की पत्नी का नाम छाया है। और उनकी कोख से यमराज तथा यमुना का जन्म हुआ था। यमुना-यमराज से बड़ा स्नेह करती थी वह उससे कई बार निवेदन करती थी कि अपने इष्ट मित्रों सहित उसके घर आकर भोजन करे।

because यमराज अपने कार में व्यस्त रहने के कारण बात को टालते ही रहते थे। फिर कार्तिक शुक्ला का दिन आया और यमुना ने उस दिन फिर यमराज को भोजन के लिए निमंत्रण दिया उसे अपने घर आने के लिए वचनबद्ध कर लिया।

यमराज ने सोचा कि मैं तो प्राणों को हरने वाला हूं मुझे कोई अपने घर नहीं बुलाना चाहे। लेकिन  बहन जिस सद्भावना से मुझे बुला रही है उसका पालन करना मेरा धर्म है। then बहन के घर आते समय यमराज ने नरक निवास करने वाले जीवों को मुक्त कर दिया।

यमराज को अपने घर आया देखकर यमुना की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उसने स्नान कर,पूजन करके।  व्यंजन परोसकर यमराज को भोजन कराया।

यमुना द्वारा किए गए कार्य से यमराज ने प्रसन्न होकर बहन को वर मांगने को कहा और यमुना ने वर मांगा कि भाई आप प्रतिवर्ष इस दिन मेरे घर आया करें और मेरी तरह जो भी इस दिन अपने भाई का आदर सत्कार करे। उसे तुम्हारा डर कभी न सताए।

यमराज ने तथास्तु कहकर यमुना को अमूल्य वस्त्र आभूषण देखकर यमलोक चले गए। तभी से Bhai Dooj पर्व की परंपरा चली आ रही है। तो ये  है भाई दूज से related एक पौराणिक कथा।

The Story Of Lord Krishna And Is Sister Subhadra

भाई दूज का त्यौहार उस समय के एक पौराणिक कथा से जुड़ा हुआ है, जब द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण ने राक्षस नरकासुर को मार गिराया था। इसके बाद, वे अपनी बहन सुभद्रा के पास गए,

जहां सुभद्रा ने उनका मिठाई और फूलों के साथ स्वागत किया। उस दिन, सुभद्रा ने भगवान श्री कृष्ण का तिलक किया, और इस खास पल के बाद से हर साल इसी दिन को भाई-बहन के प्यार का प्रतीक माना गया।

Bhai Dooj के रूप में मनाने की परंपरा बन गया। देश के विभिन्न हिस्सों में, also इस त्योहार को अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। दक्षिण भारत में, लोग यम द्वितीया के रूप में भी मनाते हैं।

Also read:- तुलसी विवाह कब है? कब है डेट, शुभ मुहूर्त और जानेंमहत्व और कैसे मनाएं

FAQs Some Frequently Asked Questions On Bhai Dooj

Q-1 What Is Bhai Dooj?

Ans-भाई दूज, जिसे भाऊ-बीज या यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है, यह एक  हिंदू त्योहार है जो भाइयों और बहनों के बीच के बंधन का जश्न मनाता है। यह दिवाली के दूसरे दिन मनाया जाता है।

Q-2 When Is Bhai Dooj Celebrated?

Ans-भाई दूज आमतौर पर हिंदू कैलेंडर के कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष के दूसरे दिन मनाया जाता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर में यह तारीख हर साल बदलती रहती है। लेकिन 2023 में Bhai Dooj 14 नवम्बर को मनाया जाएगा।

Q-3 How To Celebrate Bhai Dooj?

Ans-भाई दूज को विभिन्न रीति-रिवाजों के साथ मनाया जाता है। बहनें अपने भाई के माथे पर तिलक लगाती हैं, आरती करती हैं, उनकी कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती है और मिठाई खिलाती हैं। बदले में भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं और आशीर्वाद देते हैं।

Q-3 Bhai Dooj 2023 Ka Shubh Muhurat Time Kya Hai ?

Ans-भाई दूज, 2023 में 14 नवम्बर को मंगलवार को मनाया जाएगा, 2023 का शुभ मुहूर्त तिथि 14 नवम्बर 2023 को, प्रारंभ तिथि इस तारीख को रात 01:20 बजे है और समाप्त 03:30 बजे को होगा। इस समय भाई दूज के शुभ अवसर पर आप अपने भाई को तिलक,आरती करने, और उपहार दे सकते हैं।

Q-4 What Are The Traditional Customs And Rituals Of Bhai Dooj?

Ans- Bhai Dooj पर पारंपरिक रीति-रिवाजों में बहनें कुमकुम या चंदन के पेस्ट का उपयोग करके अपने भाई के माथे पर एक पवित्र चिह्न लगाती हैं। दीपक से आरती की जाती है और बहनें अपने भाइयों को मिठाई खिलाती हैं। and exchanged gifts .

Q-5 Is Bhai Dooj Celebrated Only By Blood-Related Siblings?

Ans-  Bhai Dooj celebrated करने के लिए भाई-बहनों का सगा होना जरुरी नहीं है। यह चचेरे भाई-बहनों, करीबी दोस्तों या भाई-बहन जैसा रिश्ता साझा करने वाले किसी भी व्यक्ति के साथ मनाया जा सकता है।

Q-6 Bhai Dooj Ke Din Agar Bhai-Bhen Ke Pass Na Ho to How They Celebrated ?

Ans-भाई दूज एक ऐसा त्योहार है जिसमें एक भाई और उसकी बहन के प्यार और रिश्ते को गहरा किया जाता है। अगर आपके पास आपका भाई या बहन नहीं हैं, then आप उनसे दूर रहकर भी Bhai Dooj Celebrated कर सकते हैं।

then बहनें अपने भाई के लिए fast नहीं रखतीं जब तक वह अपने भाई को तिलक न कर दे। but भाई किसी भी अच्छे या बुरे कारण से अपनी बहन से नहीं मिल पाता है। तो बहन अपने भाई के स्थान पर भगवान को तिलक कर सकती है और लंबी उम्र की प्रार्थना कर सकती है।

इसके अलावा आप उनके साथ bhai dooj wishes भेजने के लिए फोन, video call, या किसी अन्य डिजिटल तरीके का सहारा ले सकते हैं। also आप उनके लिए कुछ मीठा या उपहार भेजकर इस festival को यादगार मना सकते है।

Also read:- Christmas kab hai? know christmas tree drawing

Conclusion

Bhai dooj एक बड़ा महत्वपूर्ण भारतीय त्योहार है, जो हमारे भारतीय संस्कृति में brother and sister के बीच साझा किए जाने वाले अटूट बंधन का एक सुंदर प्रमाण है। also on this day, हम अपने परिवार के महत्वपूर्ण सदस्यों के साथ खुशियों का इजहार करते हैं।

 भाई दूज के दिन बहने भाई को तिलक, आरती, करके आशीर्वाद लेते हैं then उन्हें उपहार देते हैं। इस त्योहार के माध्यम से हम न केवल अपने भाई-बहन के साथ एक गहरा रिश्ता बनाते हैं, बल्कि यह हमारे जीवन में खुशियों का भंडार भी बनाता है।

भाई दूज हमारे जीवन में मानवता, सद्भावना, और परिवार की महत्वपूर्ण मूल्यों को मजबूती देता है also हमारे अनमोल रिश्तों का समर्थन करता है और इसी के साथ हमारी तरफ से आप सभी को Happy Bhai Dooj

Love to write about effective upaye for Kundali dosh Upaye, Effects and Cause. Provide comprehensive Info about Vedic Astrology, How to read kundali yourself, create kundali, Kundali milan, Vastu dosh and there upaye, and other Astro Upaye for balance life and achieve goals.

Write A Comment

Pin It