नमस्कार दोस्तों इस ब्लॉग में आपको chandra graha mantra से related जानकारी मिलेगी। chandra graha से जुड़े प्रश्न आपके इस ब्लॉग में समाप्त होंगे। ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन का स्थान दिया गया है।
यह कहा जाता है कि चंद्रमा हमारे भावनात्मक स्थिति को नियंत्रित करता है and हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव डालता है। then चंद्रमा के बदलते चक्रों का असर हमारे शारीरिक or मानसिक स्वास्थ्य पर होता है। इसके अलावा, चंद्रमा को पानी से भी जुड़ा है। also यह जल तत्व को नियंत्रित करता है।
इस लेख में chandra graha के effects and chandra graha से होने वाले रोग क्या है। also चंद्र ग्रह को ठीक करने के उपाय भी
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importance of chandra graha
नवग्रहों में सूर्य के बाद, ज्योतिष में सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण ग्रह है chandra graha ,then चंद्रमा नहीं होता तो कोई भी ज्योतिषीय गणना संपन्न नहीं होती। also वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, चंद्रमा गुरुत्वाकर्षण शक्ति and पृथ्वी के जल तत्व को नियंत्रित करता है। but इसका प्रमुख क्षेत्र है मानसिक और भावनात्मक स्थिति का। therefore चंद्रमा मजबूत है, तो मानसिक दशा मजबूत होती है।
मनुष्य के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए चंद्रमा का विशेष महत्व होता है। अधिकांश लोग इसे केवल रात के आकाश में चमकता हुआ ग्रह मानते हैं, but वास्तव में चंद्रमा हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। चंद्रमा के द्वारा होने वाले रोगों का सही समझाव और उपाय करके हम अपने जीवन को सुखमय और स्वस्थ बना सकते हैं। जोकि आगे बतारखे है।
Chandra graha mantra
दोस्तों chandra graha mantra सभी प्रकार के चंद्र दोष में मददगार होता है। so आपको डिप्रेशन की समस्या है तो चंद्रमा के सामने ॐ श्रां श्रीं श्रौं स चंद्रमसे नमः इस मंत्र का रात के समय में अपनी बालकनी में ऐसी जगह बैठे जहां पर चंद्रमा आपको दिख रहा हो then वहां पर बैठ कर chandra graha mantra का 108 बार जप करें तो इससे डिप्रेशन से निश्चित रूप से जल्दी सुधार होता है।
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chandra graha effects in hindi
चंद्र ग्रह, जिसे हम ज्योतिष में एक महत्वपूर्ण ग्रह मानते हैं, हमारे मानसिक स्थिति और अन्य विभिन्न पहलुओं पर गहरा प्रभाव डालता है। यदि चंद्रमा हमारी कुंडली में कमजोर है, तो हमारी मानसिक स्थिति खराब हो सकती है और हमें जीवन में चैन और शांति की कमी महसूस हो सकती है। चंद्र ग्रह को मजबूत करने के लिए एक प्रमुख उपाय है मंत्र जाप। यहां कुछ चंद्र ग्रह मंत्र दिए जा रहे हैं जिन्हें नियमित रूप से जाप करने से चंद्रमा को मजबूती मिल सकती है।
चंद्रमा का अधिपत्य मानव मन पर प्रभाव डालता है। यदि किसी को मानसिक बीमारी या डिप्रेशन है, तो चंद्रमा की वजह से उसका मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। चंद्रमा के खराब होने पर व्यक्ति को छोटी-छोटी बातों पर क्रोध आता है, मूड स्विंग्स होते हैं और उसका मन अनियंत्रित हो जाता है।
chandra graha mantra के शुभ फल
चंद्रमा के शुभ प्रभाव से, व्यक्ति को आनंद, सुख, और शांति मिलती है। यह मन को स्थिर और प्रेरित करता है, और उसे अपने जीवन में सफलता की ओर ले जाता है।
इस तरह, चंद्र ग्रह के मंत्र का जाप करना एक शक्तिशाली और प्रभावी तरीका है जिससे हम अपने जीवन को सुखमय और समृद्धि से भर सकते हैं। इसे नियमित रूप से अपनी ध्यान साधना में शामिल करके हम अपने मानसिक, शारीरिक, और आध्यात्मिक विकास में मदद कर सकते हैं।
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chandra graha beej mantra
“ॐ श्रां श्रीं श्रौं स चंद्रमसे नमः” यह chandra graha का beej mantra है। इस मंत्र को नियमित रूप से रात को 108 बार जप करने से चंद्रमा के दोषों को दूर किया जा सकता है। and यह मंत्र चंद्रमा की कृपया को प्राप्त करने और उसके दोषों को निवारण करने के लिए जाप किया जाता है।
चंद्रमा मन का प्रतीक है और इसके द्वारा व्यक्ति की भावनाओं, भावनात्मक संवेदनाओं, और अंतरात्मा की सामर्थ्य को नियंत्रित किया जा सकता है। चंद्र ग्रह का बीज मंत्र जाप करने से व्यक्ति का मन एक जगह टिकता है। also उसकी भावनात्मक स्थिति में सुधार होता है। and उसकी चिंता, overthinking , अनिच्छुकता, और आत्मविश्वास में सुधार हो सकता है।
मंत्र का जाप नियमित रूप से किया जाना चाहिए और यह ध्यान में स्थित होकर किया जाना चाहिए। इसका उच्चारण सही ढंग से किया जाना चाहिए ताकि इसकी शक्ति से लाभ मिल सके।
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chandra graha के कमजोर होने के kya लक्षण hai
चंद्रमा के कमजोर होने के कुछ सामान्य लक्षण हो सकते हैं, जो निम्नलिखित हो सकते हैं:
- मानसिक अस्तिरता: चंद्रमा के कमजोर होने से मानसिक स्थिति में अस्थिरता हो सकती है। then व्यक्ति अधिक उदास और चिंतित महसूस कर सकता है।
- निद्रा की समस्या: चंद्रमा के प्रभाव से निद्रा की समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि अधिक नींद या निरंतर उठना।
- हृदय रोग: चंद्रमा के कमजोर होने से हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि धड़कन का तेज होना या दिल की कमजोरी।
- पेट की समस्याएं: चंद्रमा के कमजोर होने से पेट संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं, जैसे कि पेट में जलन या अपाचन संबंधी समस्याएं।
- याददाश्त में कमी: चंद्रमा के प्रभाव से याददाश्त में कमी हो सकती है, जिससे व्यक्ति भूलकर भी याद नहीं रख पाता है।
chandra graha को ठीक करने के उपाय
- सात्विक आहार: चंद्रमा को मजबूत करने के लिए सात्विक आहार का सेवन करें।also दूध, दही, चावल, और सफेद खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन करें।
- पोषण संतुलन: तामसिक भोजन से परहेज करें and ज्यादा पानी पिएं। so शारीरिक स्वास्थ्य के लिए पोषण संतुलन महत्वपूर्ण है।
- नमक का सेवन कम करें: नमक के अधिक सेवन से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है, therefore इसे थोड़ा सा कम करें।
- रात्रि का भोजन: चंद्रमा के उदय के समय भारी भोजन की बजाय हल्का भोजन करें। also दूध से बनी चीजें खाने से भी लाभ होता है।
- चांदी के उपाय: चंद्रमा को मजबूत करने के लिए चांदी के गिलास में पानी and दूध ग्रहण करें। also इसके अलावा, चांदी के आभूषण पहनें और घर में सफेद फूलों का पौधा लगाएं।
- भगवान शिव की पूजा: भगवान शिव की उपासना करें और उनकी कृपा प्राप्त करें।
- चंद्रमा मंत्र: रात के समय में 108 बार “ओम सोम सोमाय नमः” का जप करें।
- गायत्री मंत्र का जप: रात्रि में सोते समय 108 times गायत्री मंत्र का जप करें।
- नारियल का पानी पिएं: नारियल के पानी में चंद्रमा के प्रभाव को मजबूत करने की शक्ति होती है।
- साफ रंग का उपयोग: सफेद रंग के सामानों का प्रयोग करें,like सफेद रुमाल और सफेद फूल।
- ध्यान और प्राणायाम: ध्यान or प्राणायाम का अभ्यास करें, जो मानसिक और शारीरिक संतुलन को बनाए रखता है।
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chandra graha से होने वाले रोग:
दोस्तों अशुभ chandra graha के अनेको लक्षण है। जैसे की- ब्रीदिंग प्रॉब्लम, शीत जन्य रोग, नींद की समस्या, हार्मोनल असंतुलन, अवसाद, and हार्मोस की समस्याएं शामिल होती हैं। इसके अलावा, व्यक्ति बिना कारण के उदास रहता है, बेवजह की चिंता, also संबंधों में नाराजगी होटी है।
- मानसिक तनाव और डिप्रेशन: चंद्रमा की कमजोरी से व्यक्ति में मानसिक तनाव and डिप्रेशन की समस्या हो सकती है। also इससे व्यक्ति की आत्मविश्वास कम होता है then वह निराशा में चला जाता है।
- हार्मोनल असंतुलन: चंद्रमा की कमजोरी से हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, जिससे महिलाओं में अनियमित मासिक धर्म की समस्या हो सकती है।
- नींद की समस्याएं: चंद्रमा की कमजोरी से नींद की समस्याएं भी हो सकती हैं, and जिससे व्यक्ति निश्चित रूप से थकावट महसूस करता है।
- मस्तिष्क संबंधी समस्याएं: यह चंद्रमा की कमजोरी से मस्तिष्क संबंधी समस्याओं को भी बढ़ावा देता है, जैसे कि माइग्रेन also मस्तिष्क की अन्य विकार।
- चंद्रमा के प्रभाव से श्वासरोग like अस्थमा, एलर्जी, ब्रोंकाइटिस, आदि हो सकते हैं।
Conclusion-
chandra graha mantra का महत्व विशेष है, क्योंकि यह हमें चंद्र ग्रह के प्रभाव को संतुलित करने also सकारात्मक फल प्राप्त करने में मदद करता है। then ये मंत्र हमें आत्मिक शांति, मानसिक स्थिरता, और आध्यात्मिक विकास की दिशा में आगे बढ़ने में सहायक होते हैं।
चंद्र ग्रह के असंतुलन के कुछ लक्षण हो सकते हैं, also जिन्हें चंद्र ग्रह मंत्र के जप और उपायों से दूर किया जा सकता है। इसके अलावा, योग, प्राणायाम, ध्यान, और सात्विक आहार का अनुसरण करना चंद्र ग्रह के प्रभाव को संतुलित करने में मदद करता है। and इस तरह, हम अपने जीवन को स्वस्थ, समृद्ध, और समान्य बना सकते हैं।
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FAQs- Frequently Asked Questions
चंद्र दर्शन करने से कुंडली में कौन सा ग्रह मजबूत होता है
चंद्र दर्शन (पूर्णिमा या अमावस्या) के समय कुंडली में चंद्र ग्रह की शक्ति में वृद्धि होती है। and यह इसलिए होता है क्योंकि चंद्र ग्रह मानव जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। also चंद्र ग्रह भावनाओं, आत्मीय संवेदनाओं, मातृत्व, or संबंधों को प्रतिनिधित्व करता है।
chandra graha mantra in english
- Om som somaya namah
- Om Shram Shreem Shraum Sah Chandraya Namaha