ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को विशेष महत्व दिया गया है। यह ग्रह न केवल व्यक्तिगत कुंडली में, बल्कि जातक के जीवन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। Then मंगल ग्रह कुंडली के प्रथम, द्वितीय, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम और द्वादश भाव में स्थित होता है, तो जातक को Mangal Dosh का सामना करना पड़ सकता है। इस लेख में हम Mangal Dosh Nivaran के विभिन्न उपायों और उनके महत्व के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
What is Mangal Dosh?
Mangal Dosh तब उत्पन्न होता है जब मंगल ग्रह की स्थिति जातक के लिए शुभ नहीं होती। यह दोष जातक के जीवन में कई समस्याएं उत्पन्न कर सकता है, जैसे कि:
- विवाह में रुकावटें
- आर्थिक कठिनाइयाँ
- स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं
- परिवार में अशांति
मांगलिक जातक के लिए मंगल दोष का निवारण करना अत्यंत आवश्यक है, ताकि ये समस्याएं उनके जीवन को प्रभावित न करें।
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Mangal Dosh Nivaran के उपाय
मंगलवार को Mangal Dosh Nivaran के उपायों में लाल वस्त्र और खाद्य पदार्थों का दान, हनुमान जी की पूजा, अशोक के पेड़ लगाना, and श्री अंगारक स्तोत्र का पाठ शामिल हैं।
1. Daan of Red Items on Tuesdays
यदि आप मंगल दोष से निजात पाना चाहते हैं, तो प्रत्येक मंगलवार को लाल रंग की चीजें दान करें। इनमें शामिल हैं:
- मसूर दाल
- लाल मिर्च
- लाल रंग की मिठाई
- लाल वस्त्र
यह उपाय हर मंगलवार को करना चाहिए, क्योंकि मंगल ग्रह का दिन मंगलवार होता है and इस दिन किए गए दान का विशेष महत्व होता है।
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2. पूजा और पाठ
मंगल दोष का निवारण करने के लिए, हर मंगलवार को स्नान के बाद हनुमान जी की पूजा करें। इस समय हनुमान चालीसा का पाठ करें and हनुमान जी के चरणों में सिंदूर अर्पित करें। यह उपाय आपको मानसिक और भौतिक दोनों ही प्रकार की शक्तियों से सुसज्जित करेगा।
3. Planting Ashoka Trees
मांगलिक जातक को मंगलवार के दिन बाग या गार्डन में अशोक के पेड़ लगाने की सलाह दी जाती है। अशोक का पेड़ सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है and इसे लगाने से मंगल दोष के प्रभाव को कम करने में मदद मिल सकती है।
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4. Recitation of Shri Angarak Stotra
Shri Angarak Stotra का पाठ करने से भी मंगल दोष का निवारण हो सकता है। यह स्तोत्र मंगल ग्रह की सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने में मदद करता है। इसे नियमित रूप से पढ़ने से जातक के जीवन में समृद्धि और सुख-शांति आती है।
अंगारकः शक्तिधरो लोहितांगो धरासुतः।
कुमारो मंगलो भौमो महाकायो धनप्रदः॥
यह श्लोक मंगल ग्रह की शक्ति और प्रभाव को दर्शाता है। इसका पाठ करने से ऋण, दरिद्रता और दारिद्र्य का नाश होता है।
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Conclusion
Mangal Dosh का प्रभाव गंभीर हो सकता है, लेकिन उपयुक्त उपायों के माध्यम से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। Then आप मांगलिक जातक हैं, तो उपरोक्त उपायों का पालन करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। मंगल दोष का निवारण करने के लिए नियमितता और श्रद्धा से किए गए उपाय अत्यधिक प्रभावी होते हैं।
FAQ
1. Mangal Dosh क्या होता है?
मांगलिक तब होता है Then मंगल ग्रह की स्थिति जातक के लिए शुभ नहीं होती। Then दोष जातक के जीवन में कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।
2. क्या मांगलिक जातक को विवाह में परेशानी होती है?
हाँ, मांगलिक जातक को विवाह में समस्याएं हो सकती हैं, जो Mangal Dosh के कारण होती हैं। then इस स्थिति को ठीक करने के लिए उचित उपाय आवश्यक हैं।
3. क्या हनुमान जी की पूजा करने से Mangal Dosh Nivaran होता है?
जी हां, हनुमान जी की पूजा और चालीसा का पाठ करने से Mangal Dosh Nivaran में मदद मिलती है।
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4. किस दिन लाल वस्त्र का दान करना चाहिए?
लाल वस्त्र का दान प्रत्येक मंगलवार को करना चाहिए, क्योंकि यह दिन मंगल ग्रह का होता है and इस दिन किए गए दान का विशेष महत्व है।
5. अशोक के पेड़ लगाने का क्या महत्व है?
अशोक के पेड़ लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जो Mangal Dosh को कम करने में सहायक है।
इन उपायों को अपनाकर आप Mangal Dosh Nivaran कर सकते हैं and अपने जीवन में सुख-शांति स्थापित कर सकते हैं।