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क्यों और क्या होत्ता है Grahan Dosh ? ज्योतिष में ग्रहण दोष के Nivaran Upay

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वैदिक ज्योतिष एक अत्यधिक महत्वपूर्ण विज्ञान है जो हमें ग्रहों के आकार, दूरी, गति, और उनके प्रभाव की जानकारी प्रदान करता है। यही से  हमें Grahan dosh की जानकरी प्राप्त होती है। यह एक अशुभ दोष है और यह सूर्य या चंद्र की एक विशेष स्तिथि के कारण बनता है।

इनसे  निकली नकारात्मक ऊर्जा व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करती हैं। जिससे विभिन्न चुनौतियाँ और बाधाओं का सामना करना पड़ता हैं। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम grahan dosh kya hota hai से जुड़े कारणों, प्रभावों और उपायों का पता लगाएंगे, जो ज्योतिष प्रेमियों के लिए बहुत रुचि का विषय है।

Grahan Dosh Kya Hota Hai ?

वैदिक ज्योतिष में गहराई से निहित Grahan dosh एक अशुभ दोष है। ग्रहण दोष का मतलब होता है कि जब किसी ग्रहण की घटना होती है, तो इससे ज्योतिष शास्त्र की दृष्टि से देखा जाता है। कि इसका व्यक्ति के साथ कैसा प्रभाव हो सकता है।

खासकर चंद्रमा और सूर्य के ग्रहण का ज्यादा महत्व होता है। क्योकि इन ग्रहणों के समय नकारात्मक शक्तियाँ व्यक्ति की जन्मकुंडली पर असर डाल सकती हैं, जिनसे व्यक्ति के जीवन में समस्याएँ आ सकती हैं।

ग्रहण दोष को दूर करने के लिए विशेष उपाय और पूजा-पाठ किए जाते हैं, ताकि नकारात्मक प्रभाव को कम किया जा सके। उपाए जानने से पहले आप इसके लक्षणों को समजे।

क्यों होता है Grahan dosh ?

यह एक प्राकृतिक घटना होती है। जब सूर्य और चंद्रमा को दूसरे ग्रहों के द्वारा अवरुद्ध किया जाता है। तो सूर्य और चंद्रमा के प्रकारित पथ में किसी ग्रह का आगमन हो जाता है, जिससे ये ग्रह उनके बीच आ जाते हैं और उनके प्रकारित स्वरूप को छिपा देते हैं। इसी घटना को हम grahan dosh के नाम से जानते है।

यह धार्मिक मान्यता का एक हिस्सा है और यह विभिन्न संस्कृतियों में अलग-अलग रूपों में प्रकट होता है। कुछ लोग इसे ज्योतिष विज्ञान का हिस्सा मानते हैं जबकि कुछ लोग इसे धार्मिक आदर्शों के अनुसार अपनाते हैं।

Grahan dosh के प्रभावों के माध्यम से लोग अनेको समस्याओं और दुखों का सामना कर सकते हैं। यह माना जाता है कि ग्रहण काल में विवाह और शुभ कार्यों का आयोजन करने से बचना चाहिए, क्योंकि इस समय शुभ परिणाम मिलने की संभावना कम होती है।

Grahan Dosh Effect

  1. यह व्यक्ति को नकारमतक विचारो से घेरे रखेगा। इसका सीधा असर आपकी मानसिक स्थिति पर प्रभाव पड़ेगा।
  2. जातक को व्यक्तित्व विकास में रुकावट आती है, स्वभाविक गुणों में कमी होगी।
  3. व्यक्ति अपने लक्ष्य तक पहुंचने में सफल हो सकता है।
  4. भाई-बहन के संबंध पर प्रभाव पड़ेगा। रिश्तों में अनबन और तकरार पैदा हो सकती है।
  5. ग्रहण दोष से संतान और परिवार संबंध समस्यें उत्पन्न हो सकती हैं।और पारिवारिक सुख दुख में बदलाव हो सकता है।
  6. पति-पत्नी के संबंध पर प्रभाव पड़ सकता है। विवाह में समस्याएं हो सकती है।
  7. विद्यार्थी को ज्ञान और विद्या प्राप्ति में बाधा आ सकती है।
  8. जातक को करोबार में असफ़लता की सम्भावना हो सकती हैं।

ग्रहण दोष Ke Nivaran Upay

  • ग्रहण दोष का आपके जीवन पर बुरा प्रभाव हो सकता है, लेकिन आप निम्नलिखित निवारन उपाय करके इसका प्रभाव कम करे।
  • आप grahan dosh nivaran upay ke liye रुद्राभिषेक भी कर सकते है।
  • ध्यान दे की ग्रहण के समय ना आप भोजन बनाये और ना आप भोजन खाये।
  • ग्रहण होते समय भजन कीर्तन जरूर करे।
  • ग्रहण के समय दान  करना बहुत शुभ माना जाता है। यह ग्रहण दोष को निवारण में मदद करता है।
  • ग्रहण के समय महत्वपूर्ण कार्यों को न करें, जैसे कि शादी, शुभ संयोजन, नये प्रोजेक्ट की शुरुआत आदि।
  • धारणी शांति पूजा भी ग्रहण दोष के निवारण में मदद करती है। यह पूजा धरती माँ के लिए की जाती है। यह  उनकी कृपा प्राप्ति के लिए प्रार्थना की जाती है।

Grahan Dosh निवारण पूजा विधि

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इस पूजा का उद्देश्य ग्रहों के दुष्प्रभाव को दूर करने और व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता को बढ़ावा देन है। Grahan Dosh निवारण पूजा विधि में सावधानीपूर्वक विशेष मंत्रों का पाठ करके की जाती है।

इसमें आरती और प्रसाद वितरण करना शामिल होता हैं। यह पूजा विशेष ध्यान और आदर्शवादन के साथ की जाती है ताकि जीवन में स्थिरता, सुख, और समृद्धि का संचार हो सके।

पूजा सामग्री:

  1. पूजा की थाली
  2. दीपक और घी
  3. अगरबत्ती
  4. पंचामृत (दूध, दही, घी, मधु, शहद)
  5. फूल, मिठाई और फल
  6. गंध, कुमकुम, चावल, दूर्वा, नारियल
  7. जल पात्र और कलश
  8. मन्त्र पुस्तिका
  9. सूर्य और चंद्र मुद्राएँ (यदि संभावित हो)
  10. सफेद कपड़ा

पूजा विधि:

  1. यह पूजा सुबह के समय करें।
  2. पूजा स्थल को शुद्ध करें।
  3. पूजा थाली पर पंचामृत, फूल, मिठाई, फल, दीपक, अगरबत्ती आदि रखें।
  4. पूजा थाली के मध्य में कलश रखें।
  5. कलश में गंध, कुमकुम, चावल, दूर्वा, गोलू डालें।
  6. मन्त्र पुस्तिका से ग्रहण मंत्र का पाठ करें।
  7. फिर पंचामृत का अभिषेक करें और थाली के सभी वस्त्रों, फूलों,मिठाइयों और फलों आदि पर चढ़ावा चढ़ाएँ।
  8. कलश के ऊपर दीपक और अगरबत्ती जलाएं।
  9. सूर्य और चंद्र मुद्राएँ अपने पूजा स्थल में स्थापित करें।
  10. ग्रहण मंत्र के पाठ के बाद, अपनी प्रार्थनाएँ करें कि ग्रहण दोष दूर हो जाएं और सुख-शांति प्राप्त हो।
  11. पूजा का प्रसाद सभी को बांटें और खुद भी प्रसाद लें।

इस पूजा का आयोजन ग्रहण दोष निवारण के उद्देश्य से किया जाता है और यह आपके जीवन में सुख, समृद्धि और शांति को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है।

Grahan Dosh Calculator

“Grahan Dosh Calculator” एक ऑनलाइन उपकरण होता है। जिसका उपयोग ज्योतिष के अनुसार ग्रहण दोष की जांच के लिए किया जाता है। यह उपकरण आपके जन्म की तारीख, समय, और स्थान के आधार पर आपके ग्रहों की स्थिति का विश्लेषण करता है।

यह आपको बताता है कि क्या आपको कोई ग्रहण दोष है या नहीं। इसका मुख्य उद्देश्य ज्योतिषीय परंपराओं के अनुसार आपके जीवन पर ग्रहण दोष के प्रभाव की जांच करना होता है।

Frequently Asked Questions -FAQs

Grahan Dosh से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न। यदि इससे जुड़े प्रश्न आपके मन में है तो comment box जरूर पूछिए हम आपके प्रश्न का उत्तर देने की कोशीष करेंगे।

Q-1 क्या ग्रहण के समय पूजा पाठ करनी चाहिए ?

Ans- ग्रहण एक अशुभ प्राकर्तिक घटना होती है। ग्रहण सूर्य का हो या चंद्र का इसमें दोनों को ही कास्ट होता है। और ग्रहण होते समय बहुत ज्यादा नकारात्मक ऊर्जा उत्पन होती है। इसलिए इस समय पूजा पाठ करना वर्जित होता है।

Q-2 क्या ग्रहणकाल में सोया जा सकता है ?

Ans- नहीं ग्रहण काल में कभी नहीं सोना चाहिए। यदि कुछ लोग ऐसा करते है तो उन्हें बीमार होने खतरा होता है।

Q-3 क्यों करते है ग्रहणकाल में मंदिरो को बंद ?

Ans- ग्रहण के समय लोगो को मंदिर में जाने की अनुमति नहीं होती। क्योकि इस समय राहु प्रबल होता है जिसके कारण ग्रहण की घटना गठित होती है। इसकी नकारात्मक सकती चारो ओर होती है। इसलिए मंदिरो को 40 घंटो के लिए बंद किया जाता है।

निष्कर्ष –

इस लेख में, हमने ‘grahan dosh‘ के प्रभाव, उपाय, पूजा, और कैलकुलेटर की महत्वपूर्णता को समझाया है। ग्रहण दोष के उपायों और आध्यात्मिक तरीकों से हम अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में बदल सकते हैं।

Grahan doshकैलकुलेटर की मदद से हम अपनी जन्म कुंडली में ग्रहण दोष की जांच कर सकते हैं और उचित उपायों का पालन कर सकते हैं। ग्रहण दोष सिर्फ ज्योतिषीय समस्या नहीं है।

बल्कि यह हमारे जीवन को संतुलित और समृद्ध बनाने का एक अवसर भी हो सकता है। हम अपनी मेहनत और आत्मविश्वास के साथ ग्रहण दोष के प्रभाव को कम करके अपने जीवन को खुशियों से भर सकते हैं।

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