नमस्कार दोस्तों इस लेख में हम chandra grahan dosh in hindi में आपको जानकारी देंगे। देखिये,आमतोर पर ग्रहण से जुड़ी कोई भी समस्या सीधे तौर पर व्यक्ति की जन्म कुंडली को प्रभावित करती हैं। इस लेख में आज हम चर्चा करेंगे कि, किन कारणो से ये दोष कुंडली में बनता है।
हम जानेगे की किन परिस्थितियों में ये दोष जातक को अपने नकारात्मक परिणाम दे सकता है और इस दोष के कौन-से वे निवारण उपाय है जो जातक के करने से लाभ प्राप्त होगा? इन सभी विषयों पर हम इस लेख में चर्चा करेंगे। तो चलिए समझते है की chandra grahan dosh क्या होता है
Chandra Grahan Dosh Kya Hota Hai
Chandra grahan dosh एक रौद्र रूप दोष है। चंद्र ग्रह ज्योतिष में बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। इसलिए जब भी आप किसी पंडित को अपनी जन्म पत्रिका दिखाते है तो वह सर्वप्रथम आपके चंद्र भाव को ही देखते है।
चंद्र माँ को सबसे ज्यादा नुकसान राहु करता है। अगर राहु और चंद्र कीसी की कुंडली में एक साथ हो तो शुद्ध रूप से ग्रहण योग बन जाता है। और अगर चंद्रमा किसी छाया ग्रह राहु या केतु दोनों के साथ कुंडली में बैठा हो,तो इस स्तिथि Chandra dosh के योग बनते है।
ये व्यक्ति के लिए समस्यायिन भुगतान कर्ता ही करता है, और खश्तोर से व्यक्ति के मन को, हमेंसा बुरी तरह से प्रभावित करता है।
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Chandra Grahan Dosh के बारे में पौराणिक कथा
पुरानी मान्यताओं के अनुसार चन्द्रमा को अपने रूप का बहुत घमड़ था। तब चन्द्रमा ने गणेश जी का उपहास कर दिया। चन्द्रमा के इस उपहास से गणेश जी को बुरा लगा और उन्हें क्रोध आ गया।
क्रोध आने के कारण गणेश जी ने चन्द्रमा को श्राप दे दिया। जिस वजह से चन्द्रमा से उनकी लाली(चमक) छीन ली। इसलिए चन्द्रमा आसमान में दिखाई नही दिये। फिर चन्द्रमा को अपनी की हुई गलती का पछतावा हुआ और गणेश जी से क्षमा मांगी।
क्षमा याचना सुनकर गणेश जी ने कहा- मैं अपना श्राप् तो वापिस नही ले सकता। किन्तु इसका प्रभाव तो कम कर सकता हुं। उन्होंने वरदान दिया की महीने के कुछ दिन तुम्हारी लालिमा बढेगी और पृथ्वी पर दिखाई देगी। उस दिन लोग आपकी पूजा करेंगे।
Type Of Chandar Grahan Dosh
1.पूर्ण चन्द्र ग्रहण(Full lunar eclipse)
पूर्ण चंद्र ग्रहण की घटना कई वर्षो मे एक बार घटित होती है। जब पृथ्वी,सूर्य और चन्द्रमा के बीच आ जाती है और चन्द्रमा पर पड़ने वाला प्रकाश पृथ्वी द्वारा पुरी तरह से ढक लिया जाता है जिसे हम पूर्ण चंद्र ग्रहण कहते है।
यह घटना एक समय सीमा में होती है जो कुछ घंटों तक चलती है। पूर्ण चन्द्र ग्रहण का प्रभाव व्यक्ति की जन्मकुंडली पर निर्भर करता है
2.आंशिक चंद्र ग्रहण (Partial Lunar Eclipse)
आंशिक चंद्र ग्रहण एक ऐसी घटना होती है जब चंद्रमा का केवल एक हिस्सा ग्रहण के अंदर आता है, जबकि बाकी हिस्सा फिर भी दिखाई देता है। यह घटना एक समय सीमा में होती है और आमतौर पर एक कुछ मिनटों तक चलती है।
3.उप छाया चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse)
उप छाया चंद्र ग्रहण एक ज्योतिषीय घटना होती है जब चंद्रमा का एक हिस्सा ग्रहण के अंदर आता है और चंद्रमा के दूसरे हिस्से को छोड़ता है,
लेकिन उसके चारों ओर की आलोक दिखाई देती है। यह घटना एक समय सीमा में होती है और आमतौर पर कुछ मिनटों तक चलती है।
Chandra Ketu Grahan Dosh
वैदिक ज्योतिष में Chandra Ketu Grahan Dosh एक प्राचीन तथ्य हैं, जिसमें चंद्र और केतु के साथ में ग्रहण के समय योग बनने पर उसका दोष माना जाता है। केतु मोक्ष, कार्मिक प्रभाव, और अध्यात्म से जोड़ा जाता है, जबकी चंद्र मनसिकता और भावनाओं से संबंध है।
ग्रहण के समय, ये योग बन जाए तो “Chandra Ketu Grahan Dosh” बनता है, जिसे अशुभ माना जाता है। परंतु दोष की व्याख्या तथा उसके प्रभाव में अलग-अलग ज्योतिषी और परंपराएं भिन्न हो सकती हैं।
चंद्र राहु ग्रहण युति के निवारण उपाय
- चंद्रमा के लिए पुखराज और राहु के लिए गोमेद रत्न धारण करे।
- हर हाल में नशा करना और तीखी चीजें खाना बंद करदें।
- रोज सवेरे 108 बार गायत्री मंत्र का जाब करें।
- आप चांदी का छल्ला बनवा ले और दाहिने हाथ के अंगूठे में पहने।
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Chandra Dosh Ke Lakshan
जब भी चंद्रमाँ दोषित होता है, यह जातक को नकारात्मक परिणाम देता है। ये व्यक्ति की जन्मकुंडली और चंद्रमा की स्थिति पर निर्भर करते हैं। यहां कुछ आम चंद्र दोष के लक्षण दिए गए हैं।
- चंद्रा मां मन का स्वामी होता है और मन को बुरी तरह से प्रभावित भी करता है?
- चंद्र दोष वाले व्यक्ति के मन में अक्षर वेहम होता है की वह किसी बीमारी से ग्रस्त है और ऐसा होता नहीं है।
- चंद्र दोष के चलते व्यक्ति को मानसिक स्वास्थ्य की समस्याएँ भी हो सकती हैं, जैसे कि चिंता, उदासीनता, चिड़चिड़ापन, आदि।
- इस दोष के होने पर लोग अक्सर सोचते हैं की उनके ऊपर किसी ने तंत्र-मंत्र कर दिया है या मेरे ऊपर भूत प्रेत स्वर है, ये कहते हुए इन्हें देखा जाता है। कभी-कभी किसी को गंभीर समस्या की आवश्यकता नहीं होती है। अगर ऐसी कुंडली है
- कभी-कभी ग्रहण योग की वजह से विवाहेतर संबंध या विवाह तार संबंध भी बन जाता है।
Chandra Grahan Dosh के समय क्या नहीं करना चाहिए
ज्योतिष के कुछ मान्यताओं के अनुसार, Chandra Grahan Dosh ke समय के दौरान नकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को बढ़ाता है। यहां कुछ कार्य है जो लोगो को नहीं करना चाहिए।
- यह माना जाता है कि इस समय लोगों को अनिश्चितता, भय, और तनाव की अवस्था महसूस होती है।
- यह कहा जाता है कि इस समय शादी जैसे कार्यक्रम नहीं करना चाहिए।
- नए घर का निर्माण नहीं किया जाता।
- किसी भी शुभ कार्य की शुरुवात न करे।
Chandra Grahan Dosh निवारण उपाय
- चंद्र मंत्र का जाप: चंद्र ग्रहण दोष के समय चंद्र मंत्र का जाप करें। “ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चंद्रमसे नमः”
- दान-पुण्य करें: ग्रहण के समय दान करना अच्छा माना जाता है। आप अपनी सामर्थ्यानुसार किसी को दान कर सकते हैं, या गरीबों को भोजन देने में मदद कर सकते हैं।
- अच्छे कर्मों का पालन: अपने आचरण में सदगुण और उच्च आदर्शों का पालन करने से दोषों का प्रभाव कम हो सकता है।
- व्रत और पूजा: चंद्र ग्रहण के समय व्रत रखने या चंद्र पूजा करने से आपके दोष को निवारण करने में मदद मिल सकती है।
- महादेव के महामृत्युंजय मंत्र का जाप करे।
- संकट मोचन महाबली हनुमान जी की चालीसा का पाठ करे।
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Frequently Asked Question for Chandra Grahan Dosh
Q-1 चंद्रग्रहण कब-कब होता है?
Ans- चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है। पृथ्वी की छाया चंद्रमा को आंशिक या पूर्ण रूप से ढक लेती है। इससे चंद्रमा अधिक गहरा दिखने लगता है या कुछ देर के लिए गायब भी हो जाता है।
Q-2 चंद्रग्रहण दोष का क्या प्रभाव होता है?
Ans- चंद्रग्रहण दोष के अनुसार, इसका मानव जीवन पर नकारात्मक प्रभाव होता है, जैसे कि स्वास्थ्य में समस्याएं, विवाद, आर्थिक संकट आदि।
Q-3 चंद्रग्रहण दोष को कैसे पहचाने ?
Ans- ज्योतिषीय जानकारी वाले व्यक्ति के पास आपके जन्मकुंडली के आधार पर यह पता किया जा सकता है कि क्या आपके जीवन में चंद्रग्रहण दोष है या नहीं।
Q-4 चंद्रग्रहण दोष को ठीक करने के लिए क्या करे ?
Ans- पहले आप ज्योतिषी से सलाह ले और इसके कुछ मुख्य उपाय यह के सकते है पुखराज रत्न पहने, सुन्दर कांड का पाठ करे, महामृत्युंजय मंत्र जपे।
निष्कर्ष
इस प्रकार, Chandra Grahan Dosh का विशेष महत्व है और लोग इसके प्रभाव से बचने के उपायों की तलाश में रहते हैं। धार्मिक और ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, उपयुक्त उपायों का पालन करके इस दोष के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
आवश्यक है कि हम इन उपायों का समय समय पर पालन करते रहें ताकि हमारा मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य सुरक्षित रहे। यदि हम सही दिशा में कदम बढ़ाते हैं, तो हम चंद्रग्रहण दोष के प्रभाव को शांति और सुख-शांति से पार कर सकते हैं।