अपनी कुंडली में लोग kaal sarp dosh के होने पर घबरा जाते हैं। यह ज्योतिष में एक गम्भीर विषय है। यह दोष राहू और केतु की स्थिति से संबंधित होता है। काल सर्प दोष वाले व्यक्ति के जीवन में संघर्ष होगा। इसे कामयाबी पाने के लिए बहुत प्रयाश करने होंगे।
लेकिन फिर भी इसे सफलता हासिल नहीं होगी क्योकि यह दोष ही इतना प्रबल है। लेकिन क्या काल सर्प दोष सही है? आइए हम इसे गहराई से समझते है। और इसके शानदार उपाए (समाधान) इस लेख में आपको बताए जाएगे।
kaal Sarp Dosh क्या होता है?
विष्णु पुराण में kaal sarp dosh से सम्बंधित एक सन्दर्भ है। इस सन्दर्भ में दुर्वासा ऋषि ने देवताओ को श्राप दे डाला। जिससे देवतागण श्रीहीन हो गए। इसके बाद देवताओ ने विष्णु भगवान से मिलकर एक उपाय निकाला। जिसमे देवता और असुर मिलकर समुन्दर मंथन करेंगे। इस मंथन में 14 बहुमुल्ये वस्तुए निकली।
समुद्र मंथन के समय अमृत उत्पन्न हुआ। और यह अमृत देवताओं को बांटा जा रहा था। लेकिन एक दानव ने देवताओं के रूप में उपस्थित होकर चोरी से अमृत पी लिया। भगवान विष्णु ने दंड सवरूप उनके शिर और शरीर को अलग कर दिया। इन दोनों शरीर के हिस्सो का नाम राहु और केतु पड़ा।
राहु और केतु की स्थिति के कारण kaal sarp dosh बनता है। आपकी कुंडली में जहां भी राहु बैठा होगा। उसके सामने 180* में केतु होगा। जैसे कि पहले भाव में राहु है तो सातवें भाव में केतु बैठा होगा। यदि दूसरे भाव में राहु है तो आठवें भाव में केतु होगा। एक-दूसरे के सामने 180* का विरोधी होता है। पहले और सातवे भाव में राहु और केतु है
तो बाकि अन्य ग्रह कुंडली के दूसरी तरफ हैं यानी राहु और केतु पहले और सातवें घर में हैं, तो दूसरी तरफ, दूसरे घर में 2, 3, 4, 5 और 6 वें स्थान पर आते हैं, और इस तरफ 8 वें, 9 वें, 10 वें, 11 वें और 12 वें स्थान पर आते हैं। कुंडली के एक तरफ आने के लिए. राहु और केतु के दाईं ओर या इनके बाईं ओर होने को kaal sarp dosh के रूप में जाना जाता है।
Types Of Kaal Sarp Dosh
कालसर्प दोष के बारह अलग-अलग प्रकार होते हैं, प्रत्येक का नाम अन्य ग्रहों के संबंध में राहु और केतु की स्थिति के आधार पर रखा गया है। और प्रत्येक दोष के उपाए इनके साथ दिए गए है।
Anant Kaal Sarp Dosh
अनंत काल सर्प दोष तब होता है जब जन्म कुंडली के पहले घर (लग्न) में राहु और सातवें घर में केतु बैठा हो। यह दोष व्यक्तिगत संबंधों में कठिनाइयों का कारण बन सकता है और सिर या पेट से संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है।
Remedies
- नियमित रूप से भगवान शिव की पूजा करें और शिवलिंग पर जल चढ़ाएं।
- Maha Mrityunjaya Mantra का जाप करे।
- किसी सपेरे को पैसे देके सांप को जंगल में मुक्त करवाए।
Kulik Kaal Sarp Dosh
कुलिक काल सर्प दोष तब होता है जब जन्म कुंडली के दूसरे घर में राहु और आठवें घर में केतु बैठा हो। इस दोष के परिणामस्वरूप वित्तीय समस्याएं या पेट और आंखों से संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
Remedies
- बाधाओं को दूर करने के लिए भगवान विष्णु से प्रार्थना करें।
- बुद्धि और शक्ति पाने के लिए प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करें।
- राहु और केतु की शांति के लिए दूध और जल से रुद्र अभिषेक करें।
Vasuki Kaal Sarp Dosh
जब जन्म कुंडली के तीसरे घर में राहु और नौवें घर में केतु हो तो यह दोष संचार समस्याओं, भाई-बहनों के साथ संघर्ष और उच्च शिक्षा प्राप्त करने में चुनौतियों का कारण बन सकता है।
Remedies
- गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा करें और पीले फूल चढ़ाएं।
- आशीर्वाद और सुरक्षा के लिए नियमित रूप से विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
- जरूरतमंद छात्रों को किताबें या शैक्षणिक सामग्री दान करें।
Shankhpal Kaal Sarp Dosh
यह सर्प दोष तब होता है जब जन्म कुंडली के चौथे घर में राहु और दसवें घर में केतु हो। यह दोष संपत्ति, करियर और पारिवारिक रिश्तों से संबंधित समस्याएं पैदा कर सकता है।
Remedies
- प्रत्येक शनिवार को पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं।
- साहस और दृढ़ संकल्प के लिए प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- उनका आशीर्वाद पाने के लिए पितृ तर्पण (पैतृक तर्पण) करें।
Padma Kaal Sarp Dosh
पद्म काल सर्प दोष तब होता है जब जन्म कुंडली के पांचवें घर में राहु और ग्यारहवें घर में केतु होता है। इस दोष के कारण रोमांटिक रिश्तों में दिक्कतें, बच्चे पैदा करने में दिक्कतें और लक्ष्य हासिल करने में बाधाएं आ सकती हैं।
Remedies
- शुक्रवार के दिन देवी लक्ष्मी की पूजा करें और घी का दीपक जलाएं।
- प्रजनन क्षमता और स्वस्थ संतान के लिए संतान गोपाल मंत्र का जाप करें।
- फोकस और दृढ़ संकल्प को मजबूत करने के लिए ध्यान का अभ्यास करें।
Mahapadma Kaal Sarp Dosh
महापद्म काल सर्प दोष तब होता है जब जन्म कुंडली के छठे घर में राहु और बारहवें घर में केतु हो। इस दोष के परिणामस्वरूप स्वास्थ्य समस्याएं, कानूनी परेशानियां और रिश्तों को बनाए रखने में कठिनाइयां हो सकती हैं।
Remedies
- हनुमान जी की पूजा करें और नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- गरीब लोगों को भोजन और दान दें।
- दोष के प्रभाव को कम करने के लिए राहु-केतु शांति पूजा करें।
Takshak Kaal Sarp Dosh
तक्षक काल सर्प दोष तब होता है जब जन्म कुंडली के सातवें घर में राहु और पहले घर (लग्न) में केतु होता है। यह दोष विवाह और साझेदारी में चुनौतियों का कारण बन सकता है, जिससे दूसरों के साथ संघर्ष हो सकता है।
Remedies
- प्रतिदिन सुबह सूर्य को जल अर्पित करें।
- सकारात्मक ऊर्जा के लिए प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करें।
- दूसरों के साथ अच्छा वव्यहार करें और विवादों से बचें।
Karkotak Kaal Sarp Dosh
कर्कोटक काल सर्प दोष तब होता है जब जन्म कुंडली के आठवें भाव में राहु और दूसरे भाव में केतु हो। यह दोष वित्तीय अस्थिरता, स्वास्थ्य समस्याएं और धन संचय करने में कठिनाइयां ला सकता है।
Remedies
- महादेव की पूजा करें और शिवलिंग पर जल, पुष्प अर्पित करे।
- Mahamrityunjaya Mantra का जाप करे।
- आर्थिक तंगी को कम करने के लिए कर्ज लेने से बचें।
Shankachood Kaal Sarp Dosh
शंखचूड़ काल सर्प दोष तब होता है जब जन्म कुंडली के नौवें घर में राहु और तीसरे घर में केतु हो। इस दोष के परिणामस्वरूप आध्यात्मिक कार्यों में चुनौतियाँ, पिता तुल्य व्यक्तियों के सहयोग की कमी और संचार संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
Remedies
- भगवान विष्णु को जल अर्पित करें और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
- उनकी ऊर्जाओं को संतुलित करने के लिए राहु-केतु होम करें।
- नियमित दान और निःस्वार्थ सेवा की आदत विकसित करें।
Ghatak Kaal Sarp Dosh
यह तब होता है जब जन्म कुंडली के दसवें घर में राहु और चौथे घर में केतु होता है। यह दोष करियर संबंधी चुनौतियों, अधिकारियों के साथ समस्याएं और घर में स्थिरता पाने में कठिनाइयों का कारण बन सकता है।
Remedies
- मंगलवार के दिन हनुमान जी को जल अर्पित करें।
- ग्रहो का संतुलन बनाए रखने के लिए Navagraha Shanti Puja करे।
- पारिवारिक संबंधों को मजबूत करें और बड़ों आदर – सम्मान करें।
Vishdhar Kaal Sarp Dosh
विषधर काल सर्प दोष तब होता है जब जन्म कुंडली के ग्यारहवें घर में राहु और पांचवें घर में केतु होता है। यह दोष महत्वाकांक्षाओं को प्राप्त करने में बाधाएं, बच्चों के साथ समस्याएं और रचनात्मक कार्यों में चुनौतियां ला सकता है।
Remedies
- भगवान सूर्य की पूजा करें और प्रतिदिन उगते सूर्य को जल चढ़ाएं।
- सकारात्मकता और सफलता के लिए आदित्य हृदय स्तोत्र का जाप करें।
- रचनात्मक गतिविधियों में संलग्न रहें और स्वयं को खुलकर अभिव्यक्त करें।
Sheshnag Kaal Sarp Dosh
शेषनाग काल सर्प दोष तब होता है जब जन्म कुंडली के बारहवें घर में राहु और छठे घर में केतु होता है। यह दोष स्वास्थ्य समस्याओं, कानूनी समस्याओं और दैनिक जिम्मेदारियों के प्रबंधन में कठिनाइयों का कारण बन सकता है।
Remedies
- भगवान विष्णु की मूर्ति को घर के प्रवेश दिवार पर लगा दे ।
- Recite the Mahamrityunjaya Mantra for good health and protection.
- आंतरिक शांति और संतुलन पाने के लिए नियमित ध्यान का अभ्यास करें।
kaal sarp dosh और योग के लक्षण
- सपने में रोती हुई औरत का या सापों का दिखाई देना।
- मृत व्यक्ति का सपने में आपसे कुछ मांगना।
- कठिन परिश्रम के बाद भी सफलता ना मिलना।
- संतान उत्पति में भी काल सर्प दोष के प्रभाव पड़ता है।
- विवाह देरी से होना या विवाह होता ही नहीं है।
- व्यापर में हानि होना या अपनों के द्वारा ठगा जाना ये भी काल सर्प दोष के लक्षण है।
Kaal Sarp Dosh निवारण के उपाए
व्यक्ति की जन्मकुंडली के अनुसार kaal sarp dosh उपाय अलग-अलग हो सकते हैं और इन्हें दूर करने से पहले आपको अनुभवी ज्योतिष से परामर्श लेना अच्छा होगा। ताकि ये उपाए फलदाई हो सके। नीचे दिए गए इन उपायों को आप श्रद्धा और विश्वास के साथ करें।
- कोयले के कुछ टुकड़े शनिवार के दिन बहते हुए पानी में बहा दे।
- चांदी के नाग-नागिन के जोड़े की पूजा करके इसे भी पानी में बहा दे।
- सुबह-सुबह नागपंचमी के दिन ताम्बे का सर्प शिव जी के मंदिर में दान करें। या नागपंचमी के दिन शिव मंदिर की साफ-सफाई करने से भी काल सर्प दोष का प्रभाव कम होता है।
- काल सर्प दोष वाले व्यक्ति को रसोई घर में भोजन करना चाहिए।
- इसे दूर करने के लिए घर के प्रवेश द्वार पर गणेश जी की तस्वीर या भगवान विष्णु जी की तस्वीर रखने से कर्ल सर्प दोष के प्रभाव का अंत होता है।
Kaal Sarp Dosh निवारण पूजा
काल सर्प दोष निवारण पूजा में विशेष रूप से नागदेवता की पूजा की जाती है। इस पूजा में वेद, मंत्र, तंत्र, और यंत्र के उच्चारण के साथ नागदेवता का ध्यान और आराधना किया जाता है। कुछ स्थानों पर यह पूजा लगातार सात या आठ दिनों तक की जाती है।
- पूजा की शुरुआत में नाग देव की प्रतिमा को पूजा स्थल पैर रखा जाता है और उसे शुद्ध जल से स्नान कराया जाता है।
- नाग देवता की पूजा ध्यान और मंत्र जाप के द्वारा कि जाती है। इसके दौरान पंडित कुछ विशेष मंत्रों का उच्चारण करते है जैसे कि “ॐ नागाय नमः” और “ॐ केतवे नमः”। ऐसा माना जाता है कि इन मंत्रों के जाप से नाग देवता का आशीर्वाद मिलता है।
- इस अनुष्ठान के अंत में हवन किया जाता है। हवन में विशेष घी, संध्या, हल्दी, कुमकुम, और अन्य सामग्रीयों का उपयोग किया जाता है।
Kaal Sarp Dosh Puja Ujjain In Hindi
ujjan में kaal sarp dosh puja एक विशेष रूप से करवाई जाती है। उज्जैन, मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में अधिकांश लोग काल सर्प दोष पूजा करवाने के लिए जाते हैं। पूजा की प्रारंभिक विधि कुंडली के अनुसार होती है और इसमें विशेष वेद मंत्र जाप, अर्चना, अभिषेक, धूप, दीप, नैवेद्य आदि किए जाते हैं।
आमतौर पर इस पूजा का आयोजन राहु और केतु के शुभ ग्रह गोचर के अनुसार किया जाता है ताकि इसका प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर कम हो सके और वह अपने जीवन में समृद्धि और समानता प्राप्त कर सके।
Kaal Sarp Dosh calculator
“kaal sarp dosh calculator” एक ऑनलाइन टूल है जिसका उपयोग ज्योतिष विज्ञान में विशेष रूप से कुंडली में काल सर्प दोष की उपस्थिति की जांच करने के लिए किया जाता है।
काल सर्प दोष हिंदू ज्योतिष में एक महत्वपूर्ण दोष माना जाता है और इसे व्यक्ति के जन्मकुंडली में राहु और केतु ग्रहों के साथ संबंधित माना जाता है। इसके उपाय किए जाने से मान्यता है कि जातक को भविष्य में विभिन्न परेशानियों और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
इस कैलकुलेटर का निम्नलिखित तरीको से उपयोग किया जाता है:
- इसमें आपको जन्मतिथि, जन्मसमय, और जन्मस्थान जैसी जानकारी देनी होती है।
- फिर कंप्यूटर प्रोग्राम द्वारा इनपुट की गई जानकारी के आधार पर आपके जन्मकुंडली का विश्लेषण होता है।
- अगर काल सर्प दोष पाया जाता है, तो इसके उपाय आपको पहले ही ऊपर बता बताए गए। जिनसे व्यक्ति को संभावित परेशानियों से बचने में मदद मिलती है।
Frequently Asked Questions – FAQS
अक्षर कुछ पूछे जाने वाले प्रश्न। अगर कोई सवाल आप अभी भी आपके मन में है तो नीचे कमेंट में जरूर पूछें। हम आपके सवाल का जवाब जरूर देने की कोशिश करेंगे।
Q-1 क्या काल सर्प दोष को हमेशा के लिए दूर किया जा सकता है क्या ?
कालसर्प दोष दूर करने का 1 रामबाण उपाय आप एक योग्य ब्राह्मण से राहु बीज मंत्र “ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः” को दुर्वा (दूब) के साथ कम से कम 1100 बार जपवाएं।
राहु के जप को पूरा करने के बाद, ब्राह्मण से मार्गदर्शन लेकर हवन (अग्निहोत्र) का आयोजन करें। अग्नि में घी, जड़ी-बूटियां और अनाज को अर्पण करते हुए वैदिक मंत्रों का पाठ करें। यह कालसर्प दोष को दूर करने का एक सटीक और सरल तरीका है।
Q-2कालसर्प दोष के निवारण के लिए कौन सा रत्न पहने?
कालसर्प दोष को काम करने के लिए अक्षर गोमेद रत्न पहना जाता है। यह इस के शक्ति को कम करने में मद्त करता है।
Q-3 कौन सा काल सर्प दोष विवाह को प्रभावित करता है?
किसी भी जातक की कुंडली में सातवा भाव(घर) विवाह होने के संकेत देता है। ऐसे में अगर राहु कुंडली के सातवें घर में और केतु लग्न या पहले घर में होता है। तो ये स्तिथि तक्षक काल सर्प दोष की उत्पति करती है। और तक्षक काल सर्प दोष ही विवाह होने में देरी करता है।
Q-4 which one kaal sarp dosh is most dangerous ?
सबसे खतरनाक दोष शेषनाग काल सर्प दोष को बताया गया है। यह तब होता है जब राहु बारहवें घर में और केतु छठे घर में होता है।
Q-5 How long does Kala Sarpa Dosha last?
यह दोष व्यक्ति के जन्मकुंडली में ग्रहों के आधार पर होता है। जिससे उन्हें चालीस वर्ष या फिर उससे भी अधिक समय तक, या जीवन भर तक, प्रभाव रह सकता है।
Conclusion
यह स्पष्ट है कि Kaal Sarp Dosh ज्योतिष में एक महत्वपूर्ण विषय है और इसके कारण कई लोग चिंतित हो जाते हैं। इस दोष के प्रकार और उपाए अलग-अलग होते हैं जो व्यक्ति के जीवन पर विभिन्न प्रकार के प्रभाव डालते हैं। कुंडली में इसे सही करने के लिए विशेष पूजा-पाठ और उपाय किए जाते हैं।
यह दोष व्यक्ति के जीवन में विभिन्न प्रकार की संघर्षों और कठिनाइयों का कारण बन सकता है, लेकिन बताये गए उपाय से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। इसलिए, अगर कोई इस दोष से प्रभावित हो तो उचित मार्गदर्शन और उपायों का अनुसरण करना सही होगा।