main door vastu के अकॉर्डिंग हमने आप क लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स एकता किये है | जिन्हे जान क आप पहचान सकते हो अपने घर में vastu dosh है या नहीं | also इन बातो का ध्यान रख क आप अपने घर के वास्तु दोष को दूर बे कर सकते है |
main door vastu ke liye किस दिशा की ओर अच्छी है?
मुख्य द्वार/प्रवेश हमेशा उत्तर, उत्तर-पूर्व, पूर्व, या पश्चिम में होना चाहिए, क्योंकि इन दिशाओं को शुभ माना जाता है। मुख्य द्वार को दक्षिण, दक्षिण-पश्चिम, पश्चिम-उत्तर (उत्तर-पूर्व की ओर), या पूर्व-दक्षिण (पूर्व की ओर) में नहीं रखना चाहिए.
Also read :- Vastu Dosh Yantra क्या होता है? जानिए Vastu Dosh Yantra Benefits
क्या मुख्य द्वार पर हँसने वाले बुद्ध की मूर्ति रख सकते हैं?
मुख्य द्वार के अंदर की ओर हँसने वाले बुद्ध की मूर्ति रखें, मुख्य द्वार के सामने विपरीत या मुख्य द्वार की ओर रखें। then मुख्य द्वार से घर में प्रवेश करने वाली ऊर्जा का स्वागत हँसने वाले बुद्ध से किया जाता है और अवांछित ऊर्जा को शुद्ध किया जाता है।
which color main door vastu ke liye शुभ होता है?
वास्तु के अनुसार, मुख्य द्वार का रंग उसकी दिशा के आधार पर चुनना चाहिए, जैसा कि इस लेख में विस्तार से बताया गया है।
क्या मुख्य द्वार के सामने दीवार हो सकती है?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, मुख्य द्वार के सामने सीधे दीवार नहीं होनी चाहिए। also हालांकि, एक कमरे की ओर जाने वाला द्वार हो सकता है।
Also read :- Why Vastu dosh upay are important?
क्यों main door vastu के लिए चटाई रखनी चाहिए?
वास्तु के अनुसार, मुख्य द्वार के पास एक चटाई घर के अंदर घुसे धूल और मिट्टी को दूर करती है; इसके साथ ही घर में प्रवेश करने वाली नकारात्मक ऊर्जा को भी अवशोषित करती है। चटाई के लिए प्राकृतिक कपड़ा चुनें और नियमित रूप से इसकी सफाई करें। मुख्य द्वार के लिए, चौकोर आकार की चटाई का उपयोग करें, क्योंकि यह पूरे द्वार क्षेत्र को ढंकती है।
क्या दक्षिण-पूर्व की दिशा में फेसिंग हाउस अच्छा है?
घर का प्रवेश दक्षिण-पूर्व की दिशा में होना एक वास्तु दोष होता है।
घर में शुभ लाभ कहाँ रखा जाना चाहिए?
शुभ लाभ एक शुभ चिह्न है जिसे बहुत सारे घरों के मुख्य द्वार के बाहर पाया जाता है। शुभ का अर्थ है सुख और लाभ का अर्थ है फायदा। main door vastu के अनुसार, शुभ लाभ का चिह्न घर के मुख्य द्वार पर स्थापित किया जाता है then यह खुशियों और समृद्धि को घर में आने का संकेत दे सके। यह चिह्न आमतौर पर लकड़ी, प्लास्टिक, या मेटल से बना होता है और उसे बड़े ही दरवाजे पर लटकाया जाता है।
मुख्य द्वार पर कौनसी मूर्ति रखनी चाहिए?
वास्तु के अनुसार, मुख्य द्वार पर बुद्धा की मूर्ति या भगवान गणेश की मूर्ति रखना शुभ माना जाता है। ये मूर्तियाँ सकारात्मक ऊर्जा को घर में आने का संकेत देती हैं और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती हैं।
क्या मुख्य द्वार के लिए वास्तु के आधार पर एक उपयुक्त दरवाजे का रंग चुनना चाहिए?
मुख्य द्वार के दरवाजे का रंग उसकी दिशा और वास्तु दोष के आधार पर चुना जा सकता है। जैसे, उत्तर दिशा के द्वार के लिए आमतौर पर हरा या नीला रंग शुभ माना जाता है, also पूर्व दिशा के द्वार के लिए लाल या केसरिया रंग शुभ माना जाता है।
Also read :- घर के मुख्य द्वार का वास्तु: दिशाओं के अनुसार सुझाव
क्या दक्षिण दिशा main door vastu घर के लिए अच्छा है?
main door vastu शास्त्र के अनुसार, दक्षिण दिशा में स्थित घर भी अच्छा हो सकता है, लेकिन यह क्षेत्र-क्षेत्र और स्थान-स्थान के साथ बदल सकता है। इसलिए, वास्तु नियमों का पालन करना और किसी वास्तु विशेषज्ञ से सलाह लेना अच्छा होता है, ताकि आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ा सके।
वास्तु के अनुसार अपने घर के मुख्य द्वार को ठीक तरीके से सजाने और स्थापित करने से आप अपने घर में शुभ और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ा सकते हैं।
Conclusion
ध्यान दें कि main door vastu शास्त्र के नियमों का पालन करने का मुख्य उद्देश्य घर की ऊर्जा को संतुलित रखना है ताकि वहाँ की आत्मिक और भौतिक स्थिति में सुधार हो सके, also आपका जीवन सुखमय और समृद्धि से भरपूर हो। then इसके अलावा, आपके घर के अन्य हिस्सों को भी वास्तु नियमों के साथ मिलाकर व्यवस्थित करने की प्रक्रिया में मदद कर सकते हैं, जैसे कि अध्ययन कक्ष, रसोई, और अन्य कमरों की डिज़ाइन और व्यवस्था।
Also read :- Kitchen Vastu Directions Guidlines According to Vastu Shastra Expert
सुम्मा करते हुए, यदि आप वास्तु नियमों का पालन करना चाहते हैं, then वास्तु शास्त्र के मार्गदर्शन का पालन करने के लिए वास्तु विशेषज्ञों की सलाह लेना एक अच्छा कदम हो सकता है also ताकि आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा फ्लो कर सके और आपका जीवन सुखमय और समृद्धिपूर्ण रहे।