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मांगलिक दोष के लिए उज्जैन में मंगलनाथ की पूजा कैसे होती है। निवारण जानिए

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नमस्कार दोस्तों क्या आप भी मांगलिक दोष से मुक्ति चाहते हो। तो यहां दी गई जानकारी को पुरा जरूर पढे। ताकि आप मांगलिक दोष की काट कर सके। इस ब्लॉग में हम आपको मांगलिक दोष में विवाह के उपाए बतायंगे। 

साथ में मांगलिक दोष का एक उपाए जिसे आप अवश्य जानते होंगे। जो की उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में पूजा करनी होती है। देश भर से  श्रद्धालु यहां पर आते हैं। और मंगल ग्रह की पूजा करते हैं। तो चलिए शुरू करते है। और जानते है की उज्जैन में मंगलनाथ की पूजा कैसे होती है। 

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मांगलिक दोष की काट 

दोस्तों कुछ ऐसी स्तिथि भी होती है जिससे मांगलिक दोष की काट संभव हो जाती है। और ऐसी स्तिथि भी केवल शनि ग्रह के कारण बनती है जो एक मांगलिक के लिए अच्छी बात होती है। तो अगर शनि महाराज घर में आकर बैठ जाएं तो मंगल दोष समाप्त हो जाएगा।

अगर पहले में शनि बैठ जाएं तो दोष समाप्त हो जाएगा, इसके चौथे में शनि बैठ जाएं तो भी दोष समाप्त हो जाएगा, नो में शनि बैठ जाएं तो भी दोष समाप्त हो जाएगा, और बारहवे घर में शनि बैठ जाएं तो दोष पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा।

अब यह देखे की शनि महाराज पहले में बैठ जाएं या केंद्र में बैठ जाएं तो मंगल के दोष को समाप्त कर देते हैं। इसे जो भी जगह से बताया गया है, कहीं भी हो, यह मंगल के दोष को समाप्त कर देते हैं। 

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मांगलिक दोष निवारण मंत्र

मांगलिक दोष को दूर करने के लिए कुछ मंत्र अत्यंत प्रभावी माने जाते हैं। यहां कुछ प्रमुख मंत्र दिए गए हैं। जिनको नियमित रूप से जपने से मांगलिक दोष के निवारण में सहायता मिलती है। 

मंगल ग्रह का बीज मंत्र का नियमित जाप करें

ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः

गायत्री मंत्र का 108 बार जाप करें

ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं
भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्

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मांगलिक दोष में विवाह के उपाय

देखिये मांगलिक दोष में विवाह के उपाए बहोत है। जहां भी आप पता करोगे वहां आपको अलग अलग उपाए देखने को मिलेंगे। उसी तरह कुछ सामान्य उपाए जो आपको हर जगह देखने को मिलेंगे। वो यहा बताये गए है। और हा यह सभी उपाए कारगर सभीत होत्ते है। 

मंगल दोष निवारण के लिए विशेष पूजा और हवन का आयोजन करें। यह पूजा किसी योग्य पंडित से कराएं, जिसमें मंगल ग्रह की शांति के लिए मंत्रों का जाप और हवन सामग्री का प्रयोग किया जाए।

गौ माता की सेवा करने से भी मांगलिक दोष का प्रभाव कम होता है। नियमित रूप से गाय को चारा खिलाना और उसकी सेवा करना शुभ माना जाता है।

विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करने से भी मांगलिक दोष के निवारण में सहायता मिलती है। यह पाठ सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाता है और दोषों को कम करता है।

रामरक्षा स्तोत्र का पाठ भी मांगलिक दोष को कम करने में सहायक है। इसे प्रतिदिन पढ़ने से जीवन में शांति और सौहार्द्र बना रहता है।

गायत्री मंत्र का नियमित जाप करने से भी मांगलिक दोष का प्रभाव कम होता है। इस मंत्र का 108 बार जाप करें।

तीर्थ स्थलों की यात्रा करें और वहां विशेष पूजा-अर्चना करें। विशेष रूप से मंगलनाथ मंदिर (उज्जैन) की यात्रा लाभकारी मानी जाती है।

मांगलिक दोष के निवारण के लिए शनि ग्रह की शांति भी आवश्यक हो सकती है। इसके लिए शनि देव की पूजा और शनिवार के दिन काले तिल, सरसों का तेल, और उड़द का दान करें।

मूंगा के अलावा, कभी-कभी लाल हकीक (लाल अगेट) भी धारण किया जा सकता है। इसे सोने या चांदी की अंगूठी में जड़वाकर मंगलवार के दिन धारण करें।

मांगलिक दोष का निवारण

शास्त्रों में मांगलिक दोष के निवारण के लिए कई उपाय बताए गए हैं। उनमें से प्रमुख उपाय हैं:

  1. कुंभ विवाह: अगर महिला की कुंडली में मांगलिक दोष है तो कुंभ (मिट्टी के घड़े) के साथ विवाह करना चाहिए। इससे दांपत्य सुख और समृद्धि में वृद्धि होती है।
  2. तुलसी विवाह: यदि पुरुष की कुंडली में मांगलिक दोष है तो तुलसी के पौधे के साथ विवाह करना चाहिए। इससे सभी दोष समाप्त हो जाते हैं।
  3. पवित्र वृक्षों की पूजा: पीपल के पेड़ की पूजा करने से भी मांगलिक दोष का निवारण होता है क्योंकि पीपल में देवताओं का वास माना जाता है।

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मंगल दोष को दूर करने के लिए उज्जैन में मंगलनाथ की पूजा कैसे होती है ?

पूरा विश्व में एक मात्र स्थान है मंगलनाथ मंदिर। जो मंगल ग्रह की जो शांति के लिए परषिद है। मंगल ग्रह की शांति दही चावल के विशेष श्रृंगार के पूजन से होती है। जैसे की पहले गणेश गौरी का पूजन होता है। वरुण देवता का पूजन होता है। पुण्य वाचन होता है। 

उसके बाद में मातृका पूजन होता है नांदी बोग होता है। उसके बाद में भगवान प्रधान कलश का पूजन। मंगल देवता का पूजन उसके बाद में नवग्रह स्थापन होती है रूद्र स्थापन होती है और भगवान मंगल नाथ महाराज को दही चावल का विशेष श्रृंगार करके और भगवान का हवन पूजन करके मंगल का विशेष पूजन-अर्चन किया जाता है। 

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Manglik dosha cancellation in hindi

  • यदि साथी की कुंडली में शनि पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में स्थित है तो मांगलिक दोष समाप्त हो सकता है
  • यदि लड़की की कुंडली में मंगल कमजोर, दुर्बल या अस्त है तो मांगलिक दोष समाप्त हो सकता है
  • यदि लड़की की कुंडली में मंगल मेष, कर्क, तुला या मकर जैसी चर राशियों में स्थित है तो मांगलिक दोष समाप्त हो सकता है
  • यदि मंगल पर बृहस्पति, शुक्र या बुध जैसे लाभकारी ग्रहों की दृष्टि है तो मांगलिक दोष समाप्त हो सकता है

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मंगल दोष निवारण के लाभ 

दोस्तों मंगल दोष के निवारण के बाद बहुत लाभ मिलते है। जैस की मंगल ग्रह भूमि के पुत्र है। जिससे वह भूमि से जुड़े होने के कारण ये व्यक्ति को धन में लाभ कराते है। 

ऋण से मुक्ति मिलती है। संतान देते हैं। और अगर विवाह में किसी प्रकार का कोई विलंब होता है तो वह दूर हो जाता है। परिवार में सुख समृद्धि बनी रहती हैं। अगर किसी का रक्त संबंधी कोई बीमारी भी ठीक होती है। रक्त संबंधी कैंसर   

also समस्त मन की इच्छाएं पूर्ण होती है। मंगला जो है भूमि के कारक होने के कारन किस का मकान जमीन-जायदाद संबंधी भी अगर कोई समम्स्या हो तो वह कार्य सिद्ध होता है। 

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मांगलिक दोष के दो प्रकार होते हैं। 

आंशिक मांगलिक और पूर्ण मांगलिक।

आंशिक मांगलिक दोष (Partial Manglik Dosha)

जब किसी व्यक्ति की लग्न कुंडली में मंगल ग्रह- प्रथम भाव, चतुर्थ भाव, सप्तम भाव, अष्टम भाव, द्वादश भावमें बैठा हो, तो उसे आंशिक मांगलिक कहा जाता है।

लेकिन उसका प्रभाव इतना तीव्र नहीं होता कि यह वैवाहिक जीवन में गंभीर समस्याएं उत्पन्न कर सके।  आंशिक मांगलिक का प्रभाव व्यक्ति के जीवन, व्यवहार और सोच पर होता है।

लेकिन यह प्रभाव पूर्ण मांगलिक की तुलना में कम होता है। आंशिक मांगलिक में मंगल ग्रह केवल एक स्थान पर बैठता है, जबकि पूर्ण मांगलिक में मंगल ग्रह दो या अधिक मांगलिक स्थानों पर बैठता है। 

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पूर्ण मांगलिक दोष (Complete Manglik Dosha)

जब किसी व्यक्ति की कुंडली में जब किसी व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा के साथ मंगल चौथे, सातवें या दसवें भाव में स्थित होता है, वहां पर मंगल दोष बनता है।

अगर लग्न और चंद्रमा से मंगल दोष हो रहा है, तो व्यक्ति पूर्ण मांगलिक माना जाता है। पूर्ण मांगलिक का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर अधिक होता है और उसके व्यवहार एवं सोच को अधिक प्रभावित करता है। 

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इसका प्रभाव गंभीर हो सकता है। जैसे –

  • वैवाहिक जीवन में गंभीर समस्याएं और अस्थिरता।
  • जीवनसाथी की मृत्यु या गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं।
  • तलाक या अलगाव की संभावना अधिक।
  • वैवाहिक जीवन में निरंतर झगड़े और तनाव।

Does manglik dosha gets cancelled after 28 years

इस विषय पर ज्योतिषियों के बीच मतभेद हैं। कुछ मानते हैं कि उम्र के साथ मंगल दोष का प्रभाव कम हो जाता है, जबकि कुछ का मानना है कि यह दोष जीवन भर बना रहता है।

मंगल ग्रह ऊर्जा का कारक होता है। युवा अवस्था में ऊर्जा का स्तर उच्च होता है, इसलिए युवा मांगलिक व्यक्ति पर मंगल दोष का प्रभाव अधिक होता है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, ऊर्जा का स्तर कम होता जाता है और मंगल दोष का प्रभाव भी कम हो जाता है।

मंगल दोष जीवन भर समाप्त नहीं होता, लेकिन उसकी तीव्रता कम हो जाती है। यदि मांगलिक व्यक्ति समझदारी से जीवन जीता है, तो उसे कोई विशेष परेशानी नहीं होती।

मांगलिक व्यक्ति को शांत और संयमित रहना चाहिए, उत्तेजना से बचना चाहिए, और परिवार और रिश्तों में धैर्यपूर्वक व्यवहार करना चाहिए। इससे उनका जीवन सुखद रहेगा।

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Conclusion-

मांगलिक दोष को निवारण के लिए उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में विशेष पूजा की जाती है। इस पूजा में विशेष रूप से मंगल ग्रह की शांति और उसके प्रभावों के शांतिपूर्ण करने का प्रयास किया जाता है।

यहां पर अनेक विधियां और विधान हैं जो विशेष तरीके से पूजा की जाती हैं, जिनसे लोगों को अपने मांगलिक दोष को दूर करने में सहायता मिलती है। उज्जैन के इस मंदिर का महत्व और इसकी पूजा का विशेष विवरण यहां लोगों को धार्मिक और मानसिक शांति प्रदान करता है।

FAQs Frequently Asked Questions

क्या आंशिक मांगलिक का विवाह पूर्ण मांगलिक से संभव है? 

हां, आंशिक मांगलिक का विवाह पूर्ण मांगलिक से संभव है, लेकिन इसमें कुछ विशेष बातें ध्यान में रखनी चाहिए। जैसे कि यदि किसी एक की कुंडली में आंशिक मंगल हो, तो दूसरे की कुंडली में शनि शुभ होना चाहिए।

Does mangal dosha get cancelled in a second marriage

मंगल दोष का प्रभाव का प्रभाव दूसरी शादी में कम हो जाता है। but दोनों के मांगलिक होने पर मंगल दोष कोई दिकत नहीं देता। 

Does manglik dosha gets cancelled if born on tuesday

अगर किसी व्यक्ति की जन्मकुंडली में मंगलदोष हो और वह मंगलवार को जन्मा हो, तो कुछ ज्योतिषियों के अनुसार यह माना जाता है कि इससे मंगलदोष का प्रभाव कम होता है या समाप्त हो जाता है।

लेकिन यह सभी स्थितियों और व्यक्ति की कुंडली के अनुसार भी बदल सकता है। इसलिए, मंगलदोष के प्रभाव के बारे में निश्चित रूप से ज्योतिषी से परामर्श लेना सबसे अच्छा होगा।

Can Manglik Dosha be canceled if the girl has a weak Mars

लड़की की कुंडली में मंगल कमजोर हो, तो उसका मंगल दोष निष्फल हो सकता है। इसके लिए व्यक्ति की कुंडली की जाँच करवानी चाहिए। मंगल दोष का प्रभाव और निष्पादन कुंडली के सम्मिलन पर निर्भर करता है।

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